जीत का सबसे बड़ा दावेदार था मैं, छल से करवाया नामांकन रद्द- सचिदानंद पांडेय

हजारीबाग से निर्दलीय प्रत्याशी सचिदानंद पांडेय का नामांकन रद्द किए जाने पर उन्होनें हमारे संवादादता से बात करते हुए बताया की मैं हजारीबाग विधानसभा से जीत का प्रबल दावेदार था लेकिन कुछ लोगों ने मेरी बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए मेरा नामांकन रद्द करा दिया । नामांकन के दिन मेरे साथ खड़े जन सैलाब को देख कर नामी गिरामी पार्टियां भी हार के डर से सहम गई । नतीजतन छल से मेरा नामांकन ही रद्द करा दिया गया । मै हारा नही हूँ इस मुद्दे को मैं ऊपर तक ले जाऊंगा इस बाबत मैंने चुनाव आयोग को भी लिखित में शिकायत दी है । छल से लड़ना या जीतना मेरे खून में ही नही मैं उस महान क्रांतीकारी मंगल पांडेय का वंषज हूँ जिसने शान से देश की आन के लिए जान दी थी । भले ही मेरा नामांकन रद्द कर दिया गया हो लेकिन मैं हजारीबाग की जनता के लिए हमेशा लड़ता रहूँगा ।

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