देश की सबसे बड़ी दोपहिया निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने अपने कर्मचारियों के लिए एक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) शुरू की है। इस योजन का उद्देश्य उत्पादकता और दक्षता सुधारना है। यह योजना उन कर्चारियों के लिए है जिन्होंने कंपनी में न्यूनतम पांच साल तक सेवा दी है और उनकी आयु 40 वर्ष या उससे अधिक की हो चुकी है। यह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना 28 सितंबर तक मान्य होगी।
इस योजना के तहत वीआरएस दिए जाने वाले मुआवजा पैकेज में कंपनी की सेवा में कर्मचारी द्वारा बिताए गए काम के वर्षों की संख्या और सेवानिवृत्ति से पहले उसके शेष बचे सालों के आधार पर गणना के आधार पर एकमुश्त राशि का भुगतान किया जाएगा। कंपनी में सेवानिवृत्ति आयु 58 वर्ष है।
सिर्फ इतना ही नहीं वीआरएस लेने वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त उपहार, हीरों उत्पादों पर छूट, चिकित्सा लाभ, परिवर्तनशील वेतन, कंपनी द्वारा दी गई कारों और लैपटॉप पर छूट, कर्मचारियों के बच्चों के लिए हीरो में कैरियर के अवसर, पुनर्वास सहायता और कंपनी के साथ भविष्य में व्यापार के अवसर और अन्य सामान्य लाभ भी दिये जाएंगे।
पिछले दो दशकों में पहली बार अगस्त में यात्री वाहनों और दुपहिया वाहनों सहित सभी क्षेत्रों में गिरावट के साथ कुल ऑटोमोबाइल बिक्री में सबसे खराब गिरावट देखी गई है। बाजार के धीमे पड़ने के साथ, विनिर्माताओं को उत्पादन में कमी और कुछ मामलों में कर्मचारियों की छटनी करने जैसे कठोर कदम उठाने को मजबूत होना पड़ा है।
हीरो मोटोकॉर्प के प्रवक्ता ने बताया कि कर्मचारियों के लिए इस वीआरएस योजना को पूरी सहानुभूति और कल्याण की भावना के साथ बनाया गया है। इसमें वीआरएस लेने वालों के लिए कई तरह के लाभ शामिल किए गए हैं। कंपनी इस योजना की पेशकश ऐसे समय की है जब ऑटो उद्योग अभूतपूर्व मंदी के दौर से गुजर रहा है।