देश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए जहां सारे स्कूल कॉलेज फिलहाल 31 जुलाई तक बंद हैं, और ऐसे में ऑनलाइन क्लासेज के जरिए ही बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। इसी बीच मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने राज्य में ‘मेरा घर-मेरा विद्यालय’ योजना की शुरुआत की है। जिसके बाद अब बच्चे अपने घर पर बैठकर नई किताबों से पढ़ाई कर सकेंगे। इस योजना के तहत स्कूल के स्टाफ किताबों के बंडलों को प्राइमरी से लेकर मिडिल क्लास तक के बच्चों के उनके घर जा कर किताबें पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही बच्चे घर पर ही रह कर पढ़ाई करें इसके लिए बकायदा टाइम टेबल भी तैयार किया गया है। जिसके मुताबिक बच्चों को सुबह 10 से 1 बजे तक पढ़ाई करनी है। दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक आराम या अन्य दूसरा काम करने है। वहीं शाम 4 से 5 बजे तक खेल-कूद का समय रखा गया है। इसके बाद रात 7 से 8 बजे नैतिक कहानियां सुननी हैं।
इसके साथ ही बीते सोमवार से शुरू हुए ‘मेरा घर-मेरा विद्यालय’ योजना के तहत स्कूल स्टाफ को ये जिम्मेदारी भी दी गई है कि घर पर लगी पाठशाला में अगर बच्चों को जो टॉपिक समझ नहीं आ रहा है तो उसे बच्चे नोट कर टीचर से फोन पर पूछ सकते हैं या फिर स्टाफ खुद ही रोजाना कम से कम 5 बच्चों को घर जाकर संपर्क कर उसे समझा सकते हैं। इस योजना को लेकर मध्यप्रदेश शिक्षा विभाग काफी सक्रिय है, और इसे अमल में लाने के लिए खुद शिक्षा विभाग के अधिकारी गांव-गांव जाकर इस योजना को सफल बनाने में लगे हैं।