फैजुल्लागंज में डेंगू महिला मरीज की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि महिला के डेंगू रोग से ग्रसित होने के संबंध में कोई भी जानकारी नहीं मिली है। वहीं परिवारजनों ने इससे पूर्व मृतक को डेंगू मरीज बताया था। इन सभी हालातों से इस मामले को दबाने की बात सामने आ रही है।
मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए सीएमओ लखनऊ के निर्देश पर रैपिड रिस्पांस टीम ने फैजुल्लागंज के केशव नगर क्षेत्र का भ्रमण किया। टीम ने मृतक महिला के परिवारजनों से संपर्क किया और कहा कि परिवारजनों ने महिला के डेंगू रोग से ग्रसित होने के संबंध में कोई भी जानकारी नहीं दी है। बता दें कि मंगलवार को डेंगू से ग्रसित महिला मरीज की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। उसका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था।
वहीं आनन-फानन में सीएमओ ने मेडिकल मोबाइल यूनिट को केशव नगर क्षेत्र में भ्रमण के लिए निर्देश दिया। जिसके द्वारा 45 मरीजों का उपचार किया गया। 13 मरीजों की जांच की गई तथा जनसामान्य को स्वास्थ संबन्धि जानकारी भी दी गई। डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में टीमों द्वारा लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव कराया गया तथा माइकिंग के द्वारा जनसामान्य को डेंगू से बचाव एवं रोकथाम के लिए जागरूक किया जा रहा है।
फैजुल्लागंज केशव नगर निवासी गीता द्विवेदी (45) को कई दिन से तेज बुखार आ रहा था। परिवारीजनों ने निजी सेंटर से जांच कराई जिसमें डेंगू की पुष्टि हुई। हालत बिगड़ने पर तीमारदारों ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। मंगलवार दोपहर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। वहीं तीमारदारों का कहना है कि मरीज का प्लेटलेट्स काफी कम हो गया था। इसकी शिकायत सीएम के ट्विटर पर की गई है। जिसमें स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया है।