Corona कहर के बीच दिल्ली में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में 2.2 की तीव्रता से Earthquake आया। दिल्ली में बीते Lockdown के दौरान यह चौथी बार है जब Earthquake के झटके महसूस किए गए हैं। अभी तक इस Earthquake में किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। क्योंकि 6 से ज्यादा तीव्रता के Earthquake को खतरनाक की श्रेणी में रखा जाता है।
इससे पहले 10 मई को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौसम बदलने के बाद Earthquake के हल्के झटके महसूस किए गए थे। उस दिन दिल्ली के कई इलाकों में आंधी-तूफान ने दस्तक दी थी। दिल्ली में आए Earthquake की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी गई थी। Earthquake के झटके के बाद कुछ इलाकों में लोग भी अपने घरों से बाहर आ गए।
Corona संकट के बाद से जब से Lockdown लागू हुआ तब से दिल्लीवाले चौथी बार Earthquake के झटके महसूस कर चुके हैं। इससे पहले दिल्ली अप्रैल महीने में बैक टू बैक दो Earthquake का गवाह बना था। 13 अप्रैल को 3.5 की तीव्रता वाला Earthquake आया था, जिसकी गहराई DELHI- NCR में 8 किलोमीटर थी। ठीक उसी के अगले दिन यानी 14 अप्रैल को भी कम तीव्रता वाला Earthquake आया था, जिसकी तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 2.7 मापी गई थी।
Earthquake के दौरान मकान, दफ्तर या किसी भी इमारत में अगर आप मौजूद हैं तो वहां से बाहर निकलकर खुले में आ जाएं। इसके बाद खुले मैदान की ओर भागें। Earthquake के दौरान खुले मैदान से ज्यादा सुरक्षित जगह कोई नहीं होती। Earthquake आने की स्थिति में किसी बिल्डिंग के आसपास न खड़े हों। अगर आप ऐसी बिल्डिंग में हैं, जहां लिफ्ट हो तो लिफ्ट का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। ऐसी स्थिति में सीढ़ियों का इस्तेमाल करना ही उचित होता है।
Earthquake के दौरान घर के दरवाजे और खिड़की को खुला रखें। इसके अलावा घर की सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें। अगर बिल्डिंग बहुत ऊंची हो और तुरंत उतर पाना मुमकिन न हो तो बिल्डिंग में मौजूद किसी मेज, ऊंची चौकी या बेड के नीचे छिप जाएं। Earthquake के दौरान लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं, ऐसे में स्थिति और बुरी हो सकती है।