बिहार में उपचुनाव को लेकर जहां NDA में सीट बंटवारा शांतिपूर्वक हो गया है तो वहीं महागठबंधन में इसे लेकर माथापच्ची जारी है। महागठबंधन में सीटों को लेकर जहां घटक दलों में रस्साकशी हो रही है तो वहीं ये भी खबरें आ रही हैं कि महागठबंधन अब टूट की कगार पर है। दरअसल, हम और वीआइपी ने महागठबंधन से किनारा कर लिया है और कहा है कि राजद के बिना भी महागठबंधन बना रहेगा। नाथनगर सीट को लेकर राजद औऱ हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर (हम) के बीच घमासान मच गई है तो वहीं महागठबंधन के एक और घटक दल वीआइपी, VIP पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने भी सिमरी बख्तियारपुर सीट को लेकर अपना फैसला ले लिया है।
मांझी के समर्थन में उतरे मुकेश सहनी ने भी ऐलान किया है कि सिमरी-बख्तियारपुर से VIP पार्टी अपना उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने बताया कि 28 सितंबर को वीआइपी उम्मीदवार का नामांकन होगा। इसके साथ ही सहनी ने कहा कि जहां मांझी जी का उम्मीदवार होगा, वहां हम राजद को समर्थन नहीं करेंगे। वहीं, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजद पर जमकर हमला बोला। मांझी ने कहा कि महागठबंधन में पांच पार्टियां है। उन्होंने कहा कि राजद ने बिना किसी के सहमति से नाथनगर विधानसभा में होने वाले उप चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिया।
मांझी ने यह भी कहा कि महागठबंधन में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। पांच विधानसभा में होने वाले उप चुनाव में हम ने सिर्फ नाथनगर सीट मांगी थी। इस पर सहमति मिली थी। इसके बाद ही यहां से अजय राय को हम का प्रत्याशी घोषित किया गया। इससे पहले ही मंगलवार को अचानक राजद ने भी प्रत्याशी की घोषणा कर दी। उन्होंने साफ संकेत दिया है कि नाथनगर सीट से हम के अजय राय ही उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कहा कि देर शाम पटना में महागठबंधन की बैठक बुलाई गई है।
उपचुनाव को लेकर राजद ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जिन तीन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई है, उनमें नाथनगर भी शामिल है। दो दिन पहले नाथनगर सीट पर हम के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने प्रत्याशी उतारने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि इसे लेकर तेजस्वी यादव से बात हो गई है। इन सब के बीच राबड़ी देवी ने रजिया खातून को नाथनगर, बेलहर से रामदेव यादव, सिमरी बख्तियारपुर से जफर आलम को टिकट दे दिया है।
उपचुनाव में राजद उमीदवार को सिंबल देने पर पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि महागठबंधन के घटक दलों को अभी धैर्य से काम लेना चाहिए। उपचुनाव की विधानसभा की चारों सीट पर राजद की दावेदारी है, ये दावेदारी इसलिए है कि चारों सीट से पार्टी के विधायक मंत्री रह चुके हैं। महागठबंधन बिखरने पर शिवानंद तिवारी ने कहा है कि उपचुनाव में राजद ने किसी सीट पर कब्जा नहीं किया है। राजद के उम्मीदवार ही इन सभी सीटों पर चुनाव जीतते आए हैं। जीतन राम मांझी कब क्या करेंगे भगवान जाने? सीटों के समझौते में तो ये सब चलता रहता है।