कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने BJP से यह स्पष्ट करने का आग्रह किया कि वह देश में NRC को लागू करने की योजना बना रही है या नहीं। दिग्विजय सिंह ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि हम केवल NRC के बारे में जानना चाहते हैं। PM नरेंद्र मोदी जी कुछ कहते हैं जबकि अमित शाह और जेपी नड्डा जी कुछ और कह रहे हैं। हम जानना चाहते हैं कि BJP NRC लाने की योजना बना रही है या नहीं?
वीर सावरकर पर कांग्रेस सेवा दल की बुकलेट में छपे आपत्तिजनक बयान को लेकर हुए विवाद के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते दिग्विजय कहा कि जो लोग नाराज हैं, उन्हें कांग्रेस सेवा दल के बजाय पुस्तक के लेखक पर सवाल उठाना चाहिए। दिग्विजय ने इसे लेकर कहा कि सबसे पहले किसी के निजी जीवन पर टिप्पणी करना गलत है, लेकिन कांग्रेस सेवा दल ने कुछ भी नहीं लिखा है। लोगों को इसके बारे में डोमिनिक लैपिएरे से सवाल करना चाहिए।
बुकलेट को लेकर कांग्रेस पार्टी BJP, शिवसेना और अन्य दलों के निशाने पर है। सावरकर के पोते ने भी मध्य प्रदेश सरकार से कांग्रेस पुस्तिका पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया था और इस संबंध में केस दर्ज करने का अनुरोध किया था। गौरतलब है कि ‘वीर सावरकर कितने वीर’ नाम की पुस्तक मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले दिनों कांग्रेस सेवा दल द्वारा एक कार्यक्रम में बांटी गई। इसमें सावरकर और महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई। इसके बाद से ही कांग्रेस की आलोचना हो रही है।
महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में कांग्रेस की साथी NCP और शिवसेना ने इसे लेकर कांग्रेस की आलोचना की है। NCP ने कांग्रेस सेवा दल की विवादास्पद पुस्तिका को वापस लेने की मांग की है। पुस्तिका में विनायक सावरकर और महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के रिश्तों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। राकांपा के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि चूंकि सावरकर जीवित नहीं हैं, इसलिए उनके खिलाफ ऐसी टिप्पणी करना गलत है। हाल ही में यह पुस्तिका मध्य प्रदेश में कांग्रेस सेवा दल के एक शिविर में वितरित की गई थी।