जहां एक तरफ देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन किया गया है और लोगों से घरों में ही रहने की अपील की जा रही है। वहीं दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके हैरान करने वाली खबर सामने आई। आपको बता दें निजामुद्दीन इलाकें में स्थित तबलीगी जमात के सेंटर में अलग-अलग देशों से आए कई मौलाना और अन्य लोग मौजूद थे। दरअसल तबलीगी जमात का सेंटर होने की वजह से देश ही नहीं बल्की पूरी दुनियां से लोग यहां आते हैं, और उसके देश के अलग-अलग शहरों और कस्बों की इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए जाते है। ऐसे में विदेशों से आए कई लोग कोरोना संक्रमित थे जिस कारण यहां मौजूद अन्य लोग भी कोरोना से संक्रमित हो गए। बताया जा रहा है कि लॉकडा के बाद ये सभी निजामुद्दीन इलाके में छिपे थे।
मामला सामने आने के बाद सेंटर के मौलाना के खिलाफ केजरीवाल सरकार ने एफआईआर दर्ज करने की योजना बनाई है। तबलीगी जमात के सेंटर से बीते रविवार को दिल्ली के LNJP अस्पताल में कुछ 34 लोगों को जांच के लिए भेजा गया था। जिसमें से लगभग से के कोरोना संक्रमित होने का अंदेशा है। वहीं तमिलनाडु के रहने वाले एक 64 साल के शख्स की मौत भी हो गई।
आपको बता दें तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए बहुत से लोग मलेशिया और इंडोनेशिया के नागरिक बताए जा रहे हैं। जो बीते 27 फरवरी से 1 मार्च के बीच कुआलालंपुर में हुए इस्लामिक उपदेशकों के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद भारत आए थे। इतना ही नहीं दिल्ली पहुंचने के बाद ये लोग कई दूसरे लोगों के संपर्क में भी आए थे जिसके बाद अब सभी संदिग्धों की तलाश जारी है।