ये बात तो बिल्कुल सही है कि विटामिन ए की कमी से व्यक्ति अंधा हो जाता है। यदि आंख ही ना रहें तो इंसान क्या कर सकता है। आंखों को आपके रेटिना के ठीक से काम करने के लिए कुछ पिगमेंट्स का उत्पादन करने की आवश्यकता होती है। शरीर को सेहतमंद रखने के लिए कई पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। विटामिन और प्रोटीन की कमी से शरीर कमजोर और सुस्त हो सकता है। साथ ही ये आपके आंतरिक और बाहरी अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। विटामिन के कई बीमारी के कारण विभिन्न बीमारियां हो सकती हैं।
विटामिन ए की कमी इन पिगमेंट के उत्पादन को रोकती है जिससे रतौंधी हो सकती है। विटामिन ए की कमी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। रोडोप्सिन आंख के रेटिना में पाया जाता है और बेहद हल्का और संवेदनशील होता है, जिसके कारण व्यक्ति की अंधेरे में दिखाई देना कम हो जाती है।
ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना आवश्यक है जो विटामिन ए से भरपूर होते हैं और आपकी आंखों को बीमारियों और रेटिना को सेलुलर क्षति से बचाने में काफी मदद करते हैं।
आपके शरीर में विटामिन ए की सही मात्रा का अभाव भी बढती उम्र के साथ मैकुलर डीजनरेशन की समस्या को जन्म जो अंधेपन का प्रमुख कारण है। दुनियाभर में, बच्चों में अंधेपन का कारण विटामिन ए की कमी है। गर्भवती महिलाओं में, विटामिन ए की कमी से रतौंधी होती है और मातृ मृत्यु दर में बढ़ोतरी हो सकती है। शोध के अनुसार, विटामिन ए की कमी से अनुमानित 250,000 से 500,000 बच्चे हर साल अंधे हो जाते हैं। इनमें से आधे से अधिक बच्चे अपनी दृष्टि खोने के एक साल के भीतर मर जाते हैं।