सेवा करना ही मेरा धर्म, 2022 तक पहुंचायेंगे हर घर बिजली और नल का जल-CM नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को दरभंगा के बेनीपुर मुर्तुजापुर राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहुंचे। उन्होंने जल-जीवन-हरियाली यात्रा के तहत जागरूकता सम्मेलन को संबोधित किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने 282 करोड़ की विकासात्मक योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला हक है। आपने मुझे मौका दिया है। आपकी सेवा करना ही मेरा धर्म है। उन्होंने 2022 तक हर घर बिजली और हर घर जल का नल पहुंचाने का अपना संकल्प दोहराया।

जागरूकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान शुरू किया गया है। सरकार 11 बिंदुओं पर विशेष ध्यान दे रही है। तालाब, पोखर की मरम्मत का काम जोरों पर है। अतिक्रमित तालाब, पोखर को मुक्त करायेंगे। सरकारी भवनों पर गिरने वाले वर्षा के जल का संचय किया जा रहा है। सभी सरकारी भवनों पर जल संचयन शुरू हो जाने का असर लोगों पर पड़ेगा। कुओं को दोबारा जीवित करने की कोशिश की जा रही है। सोखता का निर्माण कराया जा रहा है। बड़े पैमाने पर चापाकल का निर्माण जारी है।

किसानों की आमदनी के लिए मौसम के अनुसार फसल चक्र शुरू किया गया. चार संस्थानों को इस पर लगाया गया है. किसाानों को इसके लिए प्रेरित किया जा रहा है. सरकार ने इसके लिए कमेटी बनायी है. आठ जिलों में काम शुरू होनेवाला है. खेतों में फसल अवशेष जलाने से प्रदूषण आयेगा. यह पर्यावरण के लिए खतरा है. जमीन-खेत की उपज घटेगी।

जल संरक्षण के साथ-साथ पौधरोपण भी जरूरी है। तीन साल में आठ करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। बिहार में गिरता जलस्तर चिंता की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर शौच जाने से नुकसान है। हो सकता है कि पहले एक-दो दिन शौचालय में जाने से परेशानी हो, लेकिन शौचालय में ही जाएं, शौच होगा।

मुख्यमंत्री ने शराबबंदी और बाल विवाह के फायदे भी लोगों को बताये। उन्होंने कहा कि शराबबंदी से लोगों की जीवनशैली बदली। नया कारोबार शुरू करने के लिए एक लाख रुपये की मदद दी गयी। शराबबंदी से समाज की हालत सुधरी। बिहार में कानून का राज स्थापित किया। साथ ही जल-जीवन-हरियाली को लेकर 19 जनवरी को बनने वाले मानव शृंखला में भाग लेने की अपील क

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली घर-घर पहुंचायी जा रही है। बिजली का उपयोग कीजिएगा। अभी बिजली का उत्पादन कोयले से हो रहा है। कोयला खत्म हो जाने पर संकट आ जायेगा। इसलिए सौर ऊर्जा पर जोर दिया जा रहा है। सौर ऊर्जा अक्षय ऊर्जा है।

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