कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। Corona महामारी के चलते हज को लेकर Saudi Arabia ने फैसला किया कि इस बार दुनिया से किसी भी देश के हज यात्री सऊदी नहीं आएंगे। Saudi Arabia ने हज यात्रा 2020 के लिए विदेशियों को इजाजत नहीं देने का एलान कर दिया है। सऊदी ने एलान किया है, कि हज के लिए सिर्फ स्थानीय लोगों और देश में रह रहे विदेशी लोगों को ही कुछ शर्तों के साथ इजाजत दी जाएगी। इस ऐलान के अनुसार इंटरनेशनल हज यात्रा इस साल के लिए कैंसिल कर दी गई है। सऊदी सरकार के इस फैसले के बाद भारत 2.3 लाख जायरीनों का पूरा पैसा उनके अकाउंट में ट्रांसफर करेगा। इस साल 28 जुलाई से 2 अगस्त तक हज यात्रा होनी थी।
सऊदी अधिकारियों ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के चलते यह फैसला किया गया है। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि क्यों Saudi Arabia सरकार ने हज यात्रा से मात्र 5 सप्ताह पहले यह फैसला लिया है। माना जा रहा है कि दुनियाभर के मुस्लिमों की भावनाओं को देखते हुए सऊदी अरब सरकार ने यह फैसला इतनी देरी से लिया है। Saudi Arabia ने अपनी स्थापना के 90 साल के अंदर कभी भी हज यात्रा को रद्द नहीं किया है। Saudi Arabia के शाह का परिवार कई पीढ़ियों से मक्का में आयोजित होने वाली हज यात्रा का संरक्षक है।
अनुमान लगाया जा रहा था, कि इस साल 20 लाख से ज्यादा लोग हज के लिए मक्का और मदीना आएंगे। हालांकि, महामारी को देखते हुए कहा जा रहा था, कि इस साल हज पूरी तरह रद्द किया जा सकता है। केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस बार भारत हजयात्रियों को सऊदी नहीं भेजा जाएगा। इस बार 2.3 लाख जायरीन सऊदी जाने वाले थे। उनका पूरा पैसा अकाउंट में वापस आ जाएगा। Saudi Arabia की अर्थव्यवस्था में हज और उमराह से होने वाली आमदनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। माना जा रहा है कि इस साल हज को स्थगित करने से सऊदी की अर्थव्यवस्था को तगड़ी चोट लगेगी।