दुनियां समेत भारत में भी कोरोना वायरस के मामलो में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। भारत में कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए बीते मंगलवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश को एक बार फिर से संबोधित किया। जिसमें उन्होंने अगले ने 21 दिनों के लिए पूरे देश में लॉकडाउन का एलान किया है। मध्य रात्री 12 बजे से जिसकी शुरूआत हो चुकी है। अगेल तीन हफ्तो के लिए लोगों को घरों में ही रहने को कहा है। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि ये जनता कर्फ्यू से एक कदम आगे का फैसला है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि जनता कर्फ्यू को हर भारतवासी ने सफल बनाया था। एक दिन के जनता कर्फ्यू से भारत ने दिखा दिया कि जब देश पर संकट आता है तो हम कैसे सभी भारतीय मिलकर एकजुट होकर उसका मुकाबला करते हैं।
वहीं इस जानलेवा वायरस से निपटने के लिए हमें सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करना ही होगा। सोशल डिस्टेंसिंग का सीधा मतलब है। एक दूसरे से दूर रहना, अपने घरों में बंद रहना। हम देश में सोशल डिस्टेंसिंग के जरिए ही इसके संक्रमण की साइकिल को तोड़ सकते हैं। अगर अब भी हमारी लापरवाही जारी रही तो भारत को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी और इसकी कीमत कितनी बड़ी होगी इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने देशवासियों से ये अपील भी की, कि आप इस समय देश में जहां भी हैं, वहीं रहें। अभी के हालात को देखते हुए, देश में ये लॉकडाउन 21 दिन का होगा। उन्होंने कहा कि आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण सायकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है।