कोरोना वायरस महामारी का संकट दुनियाभर के 200 से ज्यादा देशों पर बना हुआ है। पूरे यूरोप समेत अमेरिका भी इस महामारी के कहर का शिकार बना हुआ है। कई देश इस जानलेवा वायरस के वैक्सीन की खोज में जुटे हुए हैं। दुनिया भर के तमाम लैब्स में वैज्ञानिक वैक्सीन को जल्द से जल्द इजात करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। बता दें अमेरिका में इस महामारी ने सबसे अधिक तबाही मचाई है। इस बीच अमेरिका की दवा कंपनी मॉडर्ना ने कोरोना वैक्सीन बनाने की उम्मीदें बढ़ा दी है। अमेरिकी दवा कंपनी मॉडर्ना ने वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया में एक अहम चरण पार कर लिया है। कोरोना वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू कर दिया है और ह्यूमन ट्रायल के नतीजे भी काफी बेहतर मिले हैं। जिसके बाद जुलाई में वैक्सीन के ट्रायल का तीसरा चरण शुरू हो जाएगा। अगर इसका तीसरा ट्रायल भी सफल रहा तो मॉडर्ना कंपनी वैक्सीन का लाइसेंस हासिल कर लेगी।
आपको बता दें अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना पहली दवा कंपनी है जिसने अपनी आरएनए आधारित वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल किया है। मॉडर्ना कंपनी आरएनए आधारित वैक्सीन mRNA-1273 के मानव परीक्षणों की घोषणा करने और उसे अंजाम देने वाली पहली अमेरिकी कंपनी थी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी कह चुके हैं कि साल के अंत तक कोरोना की वैक्सीन आ सकती है। इस कंपनी ने अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज के नेतृत्व में पहली बार पहले चरण का मानव परीक्षण किया था जो सफल साबित हुआ था। अब सभी की निगाहें इस अमेरिकी कंपनी के अगले चरण के परिक्षण पर टिकी हैं।