राजधानी के वजीरगंज कोर्ट परिसर में गुरुवार को देसी बम के हमले से सनसनी फैल गयी। लखनऊ बार एसोसिएशन के संयुक्त मंत्री एडवोकेट संजीव लोधी को निशाना बनाकर किए हमले में वह बाल-बाल बच गए। जबकि बम की चपेट में आकर कई वकील घायल हो गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। कोर्ट परिसर में देसी बम से हमले पर विपक्षी पार्टियां योगी सरकार पर हमलावर हो गई हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने घटना के कुछ ही देर बाद एक प्रेस नोट जारी कर सूबे की कानून व्यवस्था को ध्वस्त बताया है।
लल्लू ने कहा कि इस घटना से सिद्ध हो गया है कि UP में अराजकता का माहौल है और जंगलराज पूरी तरह से कायम हो चुका है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि CM योगी ’बोली के बजाए गोली’ संस्कृति की बात करते हैं। इसी का परिणाम है कि बिजनौर, उन्नाव, कानपुर के बाद अब लखनऊ में कोर्ट परिवार में गोली और बम चल रहे हैं। लल्लू ने कहा कि प्रदेश में अपराधियों का मनोबल चरम पर है। हत्या, बलात्कार, लूट, महिलाओं के प्रति अत्याचार में UP देश भर में पहले स्थान पर काबिज हो गया है।
लल्लू ने कहा, ऐसे समय में जब प्रदेश की विधानसभा चल रही है, सदन में राज्यपाल अभिभाषण कर रही हैं, मुख्यमंत्री के साथ सभी मंत्री व विधायक विधानसभा में मौजूद हैं, ठीक उसी समय विधानसभा भवन से कुछ दूरी पर न्याय के मंदिर में गोली और बम से हमला चिंताजनक है। यह घटना साबित करती है कि मुख्यमंत्री अक्षम हैं और उनसे प्रदेश की बागडोर नहीं सम्भल रही है। इसलिए योगी आदित्यनाथ तत्काल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि न्यायालय परिसर में मैटल डिटेक्टर लगे हैं। लेकिन वहां भी हथियार और बम के साथ अपराधियों का प्रवेश कैसे हो रहा है? इन घटनाओं से वकील एवं न्यायालय की सुरक्षा पर बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है। लल्लू ने कहा, योगी सरकार न्यायाधीशों एवं अधिवक्ताओं को तत्काल व्यापक सुरक्षा मुहैया कराए। ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। कहा कि अधिवक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए कांग्रेस सदैव हर स्तर पर उनके साथ खड़ी है, और उनके लिए सदन से लेकर सड़क तक लड़ने को तैयार है।