दिल्ली में विधानसभा चुनाव-2020 की तिथि घोषित होते ही भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, लेकिन शिरोमणि अकाली दल (SAD बादल) के साथ गठबंधन को लेकर अब भी संशय की स्थिति बनी हुई है। अकाली दल ने सीट बंटवारे सहित विधानसभा से जुड़े अन्य मामलों पर विचार करने के लिए समिति भी बनाई है, लेकिन BJP इसे लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। वह अब तक दिल्ली में SAD बादल के साथ मिलकर चुनाव लड़ती रही है।
गठबंधन के तहत विधानसभा चुनावों में अकाली को 4 सीटें मिलती थी, लेकिन इस बार इसके नेता 6 से 7 सीटों पर दावेदारी जता रहे हैं। उनका तर्क है कि दिल्ली में उनकी पार्टी का जनाधार बढ़ा है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में पार्टी को लगातार दूसरी बार जीत मिली है। इसके साथ ही राजौरी गार्डन उपचुनाव में भी पार्टी ने AAP को शिकस्त दी है। इसे ध्यान में रखते हुए इस बार सहयोगी दल BJP से ज्यादा सीटों की मांग की जाएगी। वर्ष 2013 और वर्ष 2015 के विधानसभा चुनावों में SAD बादल के हिस्से में राजौरी गार्डन, हरि नगर, कालकाजी और शाहदरा विधानसभा क्षेत्र आए थे। इनमें से हरि नगर सीट पर SAD बादल के चुनाव चिह्न पर उम्मीदवार ने चुनाव लड़ा था। शेष तीन सीटों पर अकाली नेता BJP के चुनाव चिह्न पर मैदान में उतरे थे।