साल 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाला है तो वहीं शुक्रवार से शुरू हो रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र को चुनावी साल की सियासत का श्रीगणेश माना जा रहा है। वोटर्स में पैठ बनाने के लिए सदन में पक्ष और विपक्ष दोनों बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे। आम जनता के लिए सुविधाओं की घोषणाएं हो सकती हैं। तो वहीं प्रतिपक्ष की ओर से जनहित के सवालों पर हंगामा भी तय माना जा रहा है।
सत्र छोटा और बैठकें कम हैं फिर भी विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सभी सदस्यों से सकारात्मक भागीदारी की अपील की है। इसका असर हो सकता है, क्योंकि दोनों पक्षों के बीच लोकसभा चुनाव में हार-जीत की कसक बनाम खुशियों की अभिव्यक्ति भी होनी है। इस कोशिश में कुल 243 सदस्यों वाले सदन में विधायकों की उपस्थिति अन्य सत्रों की तुलना में कुछ ज्यादा हो सकती है।
विपक्ष की सूची में सिर्फ पांच बैठकों वाले सत्र के लिए मुद्दे तो कई हैं, लेकिन सबसे ज्यादा प्रयास सत्ता पक्ष पर आरोप लगाने और खुद को बेहतर बताने की होगा।