शिक्षक दिवस शुभ अवसर पर गुरुवार को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में मुख्य राजकीय समारोह आयोजित किया गया। समारोह में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 20 शिक्षकों को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षकों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने आंदोलनकारी नियेाजित शिक्षकों को उनकी मांगों पर ध्यान देने का आश्वासन देते हुए नसीहत दी कि जो करना है, करिए, लेकिन पढ़ाइए जरूर, पढ़ना और शिक्षा का प्रसार नहीं रोकिये। अपने मूल दायित्व को भी नहीं भूलें, शिक्षक अगर अपने दायित्व पर ध्यान देंगे, पढ़ाते रहेंगे तो उनकी मांगों पर भी ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों के लिए उनकी सरकार ने बहुत कुछ किया है और आगे भी यही सरकार करेगी।
नियोजित शिक्षकों के लिए नीतीश कुमार ने कहा कि शिक्षकों के लिए उन्होंने कितना किया, यह याद कर लीजिए। आप मेरे खिलाफ नारा लगाते रहिये मुझ पर कोई फर्क नही पड़ता। हमने शिक्षकों के हित मे काम किया है। पहले डेढ़ हजार मिलता था, आज सातवां वेतन दे रहे हैं। फिर भी मेरे खिलाफ नरेबाजी करते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि नियाेजित शिक्षकों ने सुप्रीम कोर्ट में बड़े-बड़े वकील रखे थे, लेकिन केस खारिज हो गया। कहा कि आपके लिए हम ही कुछ करेंगे, दूसरा कोई कुछ नही करेगा। केवल मांग मत करिए, बच्चो को पढ़ाइए। मांग तो हमें ही मानना है।