पिथौरागढ़ व चमोली जिले में तीन जगहों पर बादल फट गए, जिससे अलीगढ़ के सिख समाज के 100 से अधिक तीर्थयात्री फंस गए हैं। साथ ही लगभग 40 घरों, दुकानों में मलबा घुस गया है। वहीं चमोली के गोविंद घाट में पार्किंग में खड़े कई वाहन मलबे में दब गए हैं। हादसे में फंसे तीर्थयात्रियों के परिजन काफी चिंतित हैं, जिसके बाद प्रशासन ने उन्हें गुरुद्वारे में रोक दिया है।
शनिवार तड़के तीन बजे पिथौरागढ़ जिले की मुनस्यारी तहसील के तल्ला जोहार के टिमटिया क्षेत्र में बादल फट गया। आवासीय मकान ध्वस्त हो गया, उसमें रह रहे 60 वर्षीय रामसिंह की मौत हो गई। स्थानीय मार्ग भी मलबे के पटने होने के कारण बंद हो गए हैं। रामगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। बारिश व भूस्खलन से चारधाम यात्रा मार्ग भी बाधित है। बादल फटने से हाईवे भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, इससे निकलना मुश्किल हो रहा है।
नई बस्ती में आवास विकास कॉलोनी के बलविंदर 5 सितंबर को उत्तराखंड के हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा दो बसों से तीर्थयात्रियों को दर्शन कराने गए थे। जिसके बाद शनिवार को उन्हें हेमकुंड साहिब के लिए रवाना होना था। वहां के प्रशासन ने अलर्ट जारी कर अलीगढ़ समेत तमाम क्षेत्रों से पहुंचे तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारे में ही रुकने को कहा गया।