नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में पास हो चुका है और अब मोदी सरकार इसे बुधवार को राज्यसभा में पेश करने की तैयारी में है। नागरिकता संशोधन विधेयक के पक्ष में जेडीयू, शिवसेना, बीजेडी और पूर्वोत्तर के कुछ दलों के साथ आने की वजह से सरकार को इस बिल को पास कराने में काफी आसानी हुई।
ऐसे में नागरिकता संशोधन विधेयक के लोकसभा में पारित होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि इस असंवैधानिक विधेयक पर लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में लड़ी जाएगी। उन्होंने पहले ट्वीट में कहा, ‘नागरिकता संशोधन बिल असंवैधानिक है। संसद एक विधेयक पारित करती है जो स्पष्ट तौर पर असंवैधानिक है। जिसके बाद युद्ध का मैदान उच्चतम न्यायालय में स्थानांतरित हो जाता है।’
वहीं उन्होंने दूसरे ट्वीट कहा, ‘निर्वाचित सांसद वकीलों और न्यायाधीशों के पक्ष में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह कर रहे हैं। हम एक पार्टी को बहुमत देने के लिए ये कीमत अदा कर रहे हैं। वह राज्यों और लोगों की इच्छाओं को रौंदने का काम कर रही है।’
लोकसभा ने सोमवार रात नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी प्रदान कर दी है। विधेयक के विरोध में विपक्ष में 80 और पक्ष में 311 वोट पड़े थे। जिसके बाद आज सरकार इसे राज्यसभा में पेश करेगी।