लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ रविवार को प्रात:कालीन अर्घ्य के साथ संपन्न हो गया। इसके पहले शनिवार को व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया तो गुरुवार को नहाय-खाय व शुक्रवार को खरना की पूजा हुई। यहां तस्वीरों में देखें झारखण्ड, रांची में छठ का अंतिम दिन…
- कहीं मनौती के पूरा होने पर छठ घाटों पर दंड प्रणाम करते हुए जाने की परंपरा रही है।
- जगह-जगह भगवान भास्कर की प्रतिमाएं भी स्थापित की गईं हैं।
पूजा समितियों ने घाटों को भव्य तरीकेे सजाया था। राज्य के हर इलाके में सड़कों से लेकर घाटों तक सफाई की गई। बदलती जीवन शैली में अब श्रद्धालु घरों में भी कैंपस में या छत पर छठ व्रत करने लगे हैं। इसके लिए छोटे-छोटे अस्थाई तालाब बनाए गए।
सुख समृद्धि और शांति के साथ आने वाला समय बिताने का आशीर्वाद देकर छठी मैया का यह पावन पर्व समाप्त हुआ ।