ISRO प्रमुख K Sivan ने बुधवार को महत्वपूर्ण जानकारी साझा की और बताया कि चंद्रयान 3 प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। और वो इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। इसके लिए चार लोगों का चुनाव कर लिया गया है।
इन चार लोगों को ट्रेनिंग के लिए रूस भेजने की योजना बनाई गयी है। इसरो प्रमुख ने बताया कि हमने चंद्रयान-2 पर अच्छी तरक्की की लेकिन हम लैंडिंग में सफल नहीं हो सके जबकि अभी भी ऑर्बिटर सही से काम कर रहा है और अगले सात सालों तक काम करता रहेगा और हमें डाटा ।उपलब्ध करवाता रहेगा ।
लैंडर और रोवर होंगे लेकिन नहीं होगा ऑर्बिटर
बेंगलुरु के इसरो मुख्यालय में इसरो प्रमुख के सिवन ने बताया कि चंद्रयान-3 में लैंडर और रोवर तो मौजूद होंगे लेकिन ऑर्बिटर उपलब्ध नहीं होगा। सितंबर महीने में चंद्रयान-2 मिशन के जरिए ऑर्बिटर को सफलतापूर्वक स्थापित किया जा चुका है जो वैज्ञानिक आंकड़ा पृथ्वी पर भेज रहा है।