आज देर रात 1 बजे से 2 बजे के बीच में विक्रम लैंडर चाँद पर पहुंचने के लिए नीचे की तरफ चलना शुरू करेगा। डेढ़ से ढाई बजे के दरमियान ये पृथ्वी के उपग्रह के दक्षिण ध्रुव में पहुंच जायेगा विक्रम लैंडर शनिवार की सुबह चाँद पर उतरने के लिए तैयार है। दुनिया भर के लोग शुक्रवार – शनिवार रात को होने वाली इस ऐतिहासिक ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का गवाह बनने के लिए आतुर है। विक्रम लैंडर की ‘सॉफ्ट लैंडिंग ‘ अगर सफल रही तो रूस अमेरिका और चीन के बाद ये कारनामा करने वाला भारत विश्व का चौथा देश बन जायेगा
इस मौके पर खुद प्रधानमंत्री मोदी इसरो के बंगलुरु केंद्र में मौजूद रहेंगे और इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनेगे। प्रधानमंत्री मोदी के साथ 50-60 विद्यार्थी भी होंगे जो देश के विभिन्न हिस्सों से स्कूल क्विज प्रतियोगिता के द्वारा चुने गए है और लैंडिंग का सीधा प्रसारण देखेंगे
डी-ऑर्बिटल ऑपरेशन के बुधवार को सफल होते ही चंद्रयान -2 का पहला मून लैंडर ‘विक्रम लैंडर ‘ 7 सितम्बर को चाँद पर उतरने को तैयार है
विक्रम लैंडर की कक्षा 35 किलोमीटर X 101 किलोमीटर की है। इसरो के अनुसार विक्रम लैंडर की सतह पर उतरने के लिए जरुरी कक्षा प्राप्त कर ली गयी है। देर रत डेढ़ से ढाई बजे के बीच में विक्रम लैंडर 7 सितम्बर को उतर जायेगा
विक्रम के चाँद पे पहुंचते ही रोवर लैंडर उसमे से निकल जायेगा और रिसर्च शुरू की जाएगी जिसकी लिए उसको बनाया गया है। इसरो के अनुसार चंद्रयान- 2 अपनी 96 किलोमीटर गुणा 125 किलोमीटर की कक्षा में चाँद के चारि ओर घूम रहा है। दोनों ऑर्बिटर और लैंडर सही दिशा में कार्यरत है। बता दे कि बीते सोमवार को विक्रम चंद्रयान- 2 से अलग हो गया था