‘ब्राउन फैट’ मोटापे और डायबीटीज से कैसे बचे…

 ‘ब्राउन फैट’ यानी हमारे शरीर में मौजूद भूरे वसायुक्त ऊतक मोटापे और मधुमेह से बचाने में मदद कर सकते हैं। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने ब्राउन फैट को शरीर के लिए अति आवश्‍यक होने के साथ स्वास्थ्य के लिए अच्छा बताया है। साथ ही यह पता लगाया है कि कैसे ब्राउन फैट मोटापे और मधुमेह से बचाता है। नेचर नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक मानव स्वास्थ्य में ब्राउन फैट की भूमिका के बारे में नई जानकारी मोटापे और टाइप 2 मधुमेह के इलाज की नई राह खोल सकती है।

ब्राउन फैट को ‘हीट ऑर्गन’ माना जाता है। अमेरिका में रटगर्स यूनिवर्सिटी-न्यू ब्रंसविक के शोधकर्ताओं ने कहा कि जब तापमान ठंडा होता है तो ब्राउन फैट रक्त में मौजूद शुगर और फैट की मदद से शरीर को गर्मी प्रदान करने का काम करता है। साथ ही अध्ययन में यह भी पाया गया है कि ब्राउन फैट रक्त की सफाई करने के साथ-साथ खून में मौजूद गैर-जरूरी ब्रांच-चेन एमीनो एसिड्स (बीसीएएएस) को बाहर भी निकालता है।

मधुमेह और मोटापे जैसी बीमारियों पर रोक

बीसीएएएस (ल्यूसिन, आइसोल्यूसिन और वेलिन) आम तौर पर अंडे, मांस, मछली, चिकन और दूध जैसे खाद्य पदाथोर्ं में पाए जाते हैं, लेकिन कुछ लोग खास तौर से एथलीट अपनी मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए इसे सप्लीमेंट के तौर पर भी लेते हैं। रक्त में एक निश्चित मात्र में अमीनो एसिड होने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है लेकिन इसकी मात्रा बढ़ने से मधुमेह और मोटापे जैसी बीमारियां शुरू हो जाती हैं। अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों में ब्राउन फैट कम होता है या नहीं होता उनके रक्त से गैर-जरूरी बीसीएएएस साफ नहीं हो पाता, जिसके कारण उनमें मोटापे और मधुमेह की शिकायत देखी जाती है।

एसएलसी2344 करता है ब्राउन फैट को नियंत्रित

इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यह भी पता लगाया है कि बीसीएएएस कैसे माइटोकॉडिया में प्रवेश कर कोशिकाओं में ऊर्जा और गर्मी पैदा करते हैं। इस दौरान वैज्ञानिकों ने यह भी पता लगाया कि एसएलसी23ए44 नामक प्रोटीन रक्त में ब्राउन फैट को नियंत्रित करता है और गैर-जरूरी एमीनो एसिड को बाहर निकालता है।

शरीर के लिए अच्छा है ब्राउन फैट

ब्राउन फैट को शरीर के लिए अच्छा माना जाता है। यह कैलोरी को जलाकर गर्मी पैदा करता है। सफेद चर्बी की तरह यह शरीर में जमा नहीं होता, बल्कि यह वजन घटाने में मददगार होता है। जब बच्च पैदा होता है तो उसके शरीर में काफी ब्राउन फैट होता है। यह शिशु के मुख्य अंगों को चारों तरफ से घेरे रहता है और उसे गर्मी देता है। लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में ब्राउन फैट की मात्र कम होने लगती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1