पटना में आफत की बारिश, सड़क, घर, अस्‍पताल जलमग्न, रेल व वायु सेवा पर भी असर

बिहार में बीते 48 घंटे से लगातार आसमान से आफत की बारिश हो रही है। जिसकी वजह से कई इलाके पानी-पानी हो चुके हैं। जीन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़क, रेल व वायु यातायात प्रभावित हुए हैं। उधर, गंगा समेत सभी छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं। इस कारण पीछे से बाढ़ भी आती दिख रही है।

वहीं पटना की बात करें तो करीब 45 साल बाद ऐसा जल-जमाव देखने को मिला है। इसने 1975 की बाढ़ की याद दिला दी है, जब पटना डूब गया था। सड़कों पर नाव चल रही है और लोग घरों के घरों तथा अस्‍पतालों तक में पानी घुस गया है।

इस बीच मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने हाई लेवल बैठक कर स्थिति की समीक्षा की है। उन्‍होंने कहा है कि प्रभावित इलाकों में आवश्‍यक चीजों की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्‍होंने माना कि हालात खराब हैं, लेकिन लोग हिम्‍मत व संयम से काम लें।

दक्षिण उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन तथा बंगाल की खाड़ी से झारखंड और गंगा के इलाके में कम दबाव का क्षेत्र बन जाने के कारण पूरे बिहार में भारी बारिश हो रही है। इसका असर पटना पर भी पड़ा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसी स्थिति 30 सितंबर तक रहेगी।

जगह-जगह जल-जमाव, घरों में घुसा पानी

पटना में शनिवार को 177 मिमी बारिश हुई। इसने बीते तीन सितंबर 2013 की 158 मिमी बारिश के रिकार्ड को तोड़ दिया। शुक्रवार रात से तो तेज बारिश के कारण पटना में भारी जल-जमाव के हालात हो गए हैं। सैकड़ों घरों में बारिश का पानी घुस गया है। पटना के राजेंद्रनगर, कंकड़बाग, लंगर टोली, बहादुरपुर, गर्दनीबाग, सरिस्ताबाद, चांदमारी रोड, पोस्टल पार्क, इंदिरानगर, संजय नगर, अशोक नगर, बोरिंग रोड, पाटलिपुत्र कॉलोनी, श्रीकृष्णापुरी, राजीवनगर, रामकृष्णानगर, संदलपुर, दीघा व कुर्जी आदि इलाकों में जगह-जगह जल-जमाव हो गया है। हालत यह हो गई है कि कई जगह जिला प्रशासन की ओर से नौका परिचालन किया जा रहा है। प्रभावित इलाकों में राहत समग्री (चूड़ा-गुड़) का वितरण किया जा रहा है।

मंत्रियों के आवास में भी पानी

पटना में रहने वाले मंत्रियों के घरों में भी पानी घुस गया है। राजेंद्र नगर स्थित राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और नागेश्वर कॉलोनी स्थित भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के घरों में दो से तीन फीट तक बारिश का पानी घुस गया है। नेताजी मार्ग स्थित नंदकिशोर यादव, मंत्री प्रेम कुमार आदि के सरकारी आवास भी पानी में डूबे हैं। शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारुण रशीद तथा परिवहन मंत्री संतोष निराला के घर में भी पानी है। नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा, जिनपर नगर की साफ-सफाई, जन-निकासी और विकास की जिम्मेदारी है, के घर में भी पानी घुस गया है।

बेली रोड की एक लेन बंद

बारिश के कारण बेली रोड की एक लेन बंद कर दी गई है। हड़ताली मोड़ से आगे दानापुर की तरफ जाने वाली गाडिय़ों को ललित भवन के सामने से राजभवन होते हुए आगे भेजा जा रहा है। ललित भवन के पास राम मनोहर लोहिया चक्रपथ के तहत भूमिगत रास्ते का निर्माण हो रहा है। सड़क धंसने की आशंका को देखते हुए एहतियातन एक लेन बंद कर दी गई है। पिछले वर्ष यहां सड़क धंस गयी थी। पुल निर्माण निगम के अभियंताओं का कहना है कि किसी तरह का खतरा नहीं लेना है, लेकिन बारिश ज्यादा होने के कारण निर्माण स्थल पर पानी का दबाव है।

चिकित्सा व्यवस्था पर पड़ा असर
जल-जमाव के कारण पटना में चिकित्सा व्यवस्था पर असर पड़ा है। पटना मेडिकल कॉलेज व अस्‍पताल (पीएमसीएच) में पानी भर गया है। अस्‍पताल के मेडिसिन वार्ड तक में पानी घुसा हुआ है। यही हाल पटना के दूसरे बड़े अस्‍पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज व अस्‍पताल (एनएमसीएच) का भी है। वहां वार्ड में पानी भर गया है। मरीजों का इलाज उसी हालत में हो रहा है। इस कारण अस्‍पतालों में डॉक्‍टरों व अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों के मरीजों तक पहुंचने में भी परेशानी हो रही है।

ट्रेनों व बसों के परिचालन प्रभावित

भारी बारिश व पटना जंक्शन पर ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। शनिवार को ट्रैक पर पानी जमा होने के कारण अधिकांश ट्रेनों को जंक्शन के पहले बिहटा, दानापुर, आरा, बक्सर, रघुनाथपुर, बिहियां आदि स्टेशनों पर रोककर रखना पड़ा। इसके कारण ट्रेनें एक घंटे से आठ घंटे तक विलंब से जंक्शन पहुंची। ट्रेनों के विलंब से चलने के कारण यात्रियों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ा। पार्किंग परिसर में जलजमाव रहने से यात्रियों को अपनी गाड़ी तक जाने में परेशानी हुई। जलजमाव के कारण उन्‍हें बड़े-बड़े लगेज ट्राली बैग को कंधे पर लादकर स्टेशन के बाहर तक जाना पड़ रहा था। स्‍टेशन के बाहर भी कल से डेढ़ फीट से दो फीट तक पानी जमा है। आज भी ऐसे ही हालात हैं।

पटना के मीठापुर बस स्‍टैंड पर जल-जमाव के कारण बसों के परिचालन पर भी असर पड़ा है। यात्रियों को बसों से यात्रा करने में परेशानी हो रही है। कई रूट पर बसें बंद हैं।
विमान परिचालन पर भी पड़ा असर

भारी बारिश के कारण पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर विमानों का परिचालन भी बाधित हुआ है। शनिवार देर शाम परिचालन बुरी तरह लड़खड़ा गया। ऐहतियात के तौर पर तीन विमानों को वाराणसी अथवा लखनऊ डायवर्ट किया गया। विमानों के डायवर्ट होने से यात्री बिफर पड़े और एयरपोर्ट परिसर में ही हंगामा करने लगे।


एयरपोर्ट निदेशक भूपेश नेगी ने बताया कि देर शाम बारिश से तकनीकी रूप से विमान उतारने में परेशानी के हुई। अहमदाबाद जाने वाली स्पाइस जेट की फ्लाइट 955 विलंब से चल रही थी, इसने पटना एयरपोर्ट पर शाम को लैंड करने की कोशिश की। लेकिन परेशानी के कारण इसे वाराणसी डायवर्ट कर दिया गया। थोड़ी देर बाद मौसम में सुधार होने पर एक-दो विमान को लैंड कराया गया। इस विमान को वाराणसी से दोबारा पटना एयरपोर्ट पर लैंड कराने की कोशिश की गई। परंतु, मौसम अचानक खराब होने के कारण इसे फिर वाराणसी भेज दिया गया। एयर इंडिया की विमान संख्या एआइ 415 को भी पटना लैंड कराने की बजाय लखनऊ डायवर्ट कर दिया गया।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1