घाटे में चल रही एयर इंडिया को निजी हाथों में देने की तैयारी में जुटी मोदी सरकार को एक बार फिर BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने चेतावनी दी है। एयर इंडिया की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए केन्द्र सरकार ने सोमवार को एक मेमोरंडम जारी किया है। सरकार ने 17 मार्च तक बोलियां मांगी हैं। लेकिन SC के वरिष्ठ वकील व BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सरकार के निर्णय के खिलाफ कोर्ट जाने की चेतावनी दी है। स्वामी ने एयर इंडिया को निजी हांथों में सौंपने का विरोध करते हुए कहा, यह सौदा पूरी तरह देश विरोधी है। हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे, हम परिवार की बेशकीमती चीज नहीं बेच सकते।
सरकार के इस निर्णय से स्वामी इस कदर नाराज हैं कि जब एक ट्वीटर यूजर ने कहा कि एयर इंडिया घाटे में है। केवल नेताओं की सुविधा के लिए ऐसी कंपनियों में करदाताओं का पैसा क्यों लगना चाहिए? इसके जवाब में BJP सांसद ने लिखा, बजट भी घाटे में है, तो फिर सरकार की नीलामी क्यों नहीं करते? सुब्रमण्यम स्वामी शुरूआत से ही एयर इंडिया को निजी हाथों में बेचने के खिलाफ रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने इस मुद्दे पर मोदी सरकार को चेतावनी दी थी।
केन्द्र सरकार ने सोमवार को बिडिंग के दस्तावेज जारी करते हुए यह भी कहा कि सफल खरीदार को एयर इंडिया का मैनेजमेंट कंट्रोल भी सौंप दिया जाएगा। जानकारों का कहना है कि एयर इंडिया को बेंचने में राजनीतिक व कानूनी समस्याएं आ सकती हैं।
इस सरकारी एयर लाइन पर कुल 60,074 करोड़ रुपए का कर्ज है। 2007 में इंडियन एयरलाइंस के विलय के बाद से ही एयर इंडिया घाटे में चल रही है। देश के वीवीआईपी, वीवीआईपी को सस्ती हवाई सेवाएं देने वाली एयर इंडिया को उबारने के लिए सरकार ने कई बार प्रयास किया लेकिन महाराजा एयर लाइन कर्ज और घाटे के भंवर से कभी नहीं निकल पाई। अंततः सरकार को इसे बेचने का निर्णय लेना पड़ा।