साध्वी प्रज्ञा के विवादास्पद बयान पर बीजेपी संगठन ने सांसद प्रज्ञा भारती को तलब किया। उन्हें बंद कमरे में ऐसे बयान न देने की दी सख्त हिदायत दी गई। साध्वी ने भी बयान पर चुप्पी साध ली।
भोपाल संसदीय क्षेत्र से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के मारक शक्ति वाले बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया है। राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह साध्वी की निजी राय है, मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। कांग्रेस ने इस बयान को मूर्खतापूर्ण करार दिया है।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि ये उनके ज्ञान की बात है। इसके बारे में साध्वी प्रज्ञा ही बता सकती हैं कि कौन-सी मारक शक्ति होती है। मैं उनके बयान से सहमत नहीं हूं। भार्गव ने बाद में कहा कि साध्वी के ये निजी विचार हैं। मैंने सृजन शक्ति का सुना है। मैं मारक शक्ति पर नहीं सृजन करने वाली शक्तियों पर विश्वास करता हूं।पा ने किया साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान से किनारा
बीजेपी नेताओं के मुताबिक अगस्त का महीना पार्टी नेताओं के लिए ठीक नहीं है, यह मनहूस है। राज्यसभा सदस्य प्रभात झा ने कहा कि अटलजी से लेकर जेटलीजी तक ने अगस्त के महीने में ही साथ छोड़ा। फिर उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने मनहूस नहीं ‘ग्रहण” शब्द का प्रयोग किया था। ग्रहण तो वैज्ञानिक शब्द है।
प्रज्ञा ठाकुर ने मानसिक संतुलन खो दिया है। वे जिस तरह से लगातार बयान दे रही हैं, उससे यही लगता है। यह बात कंप्यूटर बाबा ने कही। उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरिक्ष में ले जाने की बात कर रहे हैं वही दूसरी ओर उनकी सांसद इस तरह की बात कह रही हैं।
बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर कांग्रेस नेताओं ने पलटवार किया है। लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि बीजेपी को प्रज्ञा ठाकुर को संसद नहीं, बल्कि किसी बड़े मंदिर का पुजारी बनाना था, जहां वे पूजा-पाठ करतीं। वहीं, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने सांसद की सोच को छोटी और ओछी बताया है।
लोक निर्माण मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि उन्होंने किसे सांसद का टिकट दे दिया। प्रज्ञा सिंह को किसी बड़े मंदिर में पुजारी बना देना था, उन्होंने कहा कि जिस देवास जिले से वे आते हैं, वहां के सुनील जोशी की हत्या से उनके हाथ रंगे हैं और उनके खिलाफ हत्या का मामला चल रहा है। वहीं, कमलनाथ सरकार के एक अन्य मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि विज्ञान के युग में ऐसी रुढ़िवादी बातें की जा रही हैं। उन्होंने बयान को छोटी सोच व ओछी मानसिकता बताया।
पीसीसी के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने प्रज्ञा सिंह के बयान को मूर्खतापूर्ण व आपत्तिजनक बताया। उन्होंने कहा है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है। अब तक उन्होंने जितने बयान दिए हैं उनमें बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से कार्रवाई नहीं हुई है। इससे लगता है कि उनका समर्थन व संरक्षण प्राप्त है।