JVM प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को UPA से नाता तोड़ लिया है। उन्होंने CM हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर UPA से समर्थन वापस ले लिया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि कांग्रेस पार्टी JVM विधायकों को तोड़कर अपने दल में शामिल कराने की कोशिश कर रही है। इसके चलते हमें सरकार को समर्थन देने के मामले में पुनर्विचार करना पड़ा और हमने समर्थन वापस लेने का निर्णय लिया है। JVM के 3 विधायक सदन में हैं।
बाबूलाल मरांडी ने दूसरा बड़ा कदम उठाते हुए प्रदीप यादव को JVM विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है। JVM ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को भी सूचना दे दी है। श्री यादव और JVM विधायक बंधु तिर्की BJP में विलय के पक्ष में नहीं हैं। इन दोनों विधायकों ने गुरुवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात कर अपनी भावी राजनीति का संकेत भी दे दिया है। बदलते घटनाक्रम को देखते हुए श्री मरांडी ने प्रदीप यादव को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है।