जैश-ए-मोहम्मद के एक मैसेज को खुफिया एजेंसियों ने इंटरसेप्ट किया है। मसूद अजहर के मैसेज में राम जन्म भूमि पर हमले की साजिश की बात कही गई है। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट जारी किया गया है। इसे देखते हुए अयोध्या समेत देश के अहम स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने को कहा गया है।
अभी हाल में दिल्ली पुलिस को एजेंसियों से ऐसी ही एक खुफिया जानकारी मिली थी जिसमें कहा गया था कि विरोध प्रदर्शन के दौरान आतंकी संगठन दिल्ली में कोई बड़ी वारदात कर सकते हैं। इसलिए हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की पुलिस के साथ दिल्ली पुलिस संपर्क में है। इसके साथ ही दिल्ली से लगे सभी राज्यों के बॉर्डर पर पुलिस पिकेट की तैनाती की गई और वाहनों को पूरी तरह से चेक करने के बाद ही दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत दी गई।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को अक्टूबर 2019 में लश्कर-ए-तैयबा का पत्र मिला था, जिसमें जम्मू-कश्मीर में भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से कथित ज्यादतियों का बदला लेने के लिए प्रधानमंत्री सहित देश के गणमान्य लोगों को निशाना बनाने की धमकी दी गई थी। इसी तरह सितंबर 2019 में जैश-ए-मोहम्मद के शम्शे वानी की ओर से लिखे गए एक अन्य धमकी भरे पत्र में यह दावा किया गया था कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के लिए प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को निशाना बना कर बदला लिया जाएगा। इतना ही नहीं इससे पहले जुलाई 2019, मई 2019, मार्च 2019 और फरवरी 2019 में भी अलग-अलग आतंकवादी समूहों की ओर से भारत के शीर्ष नेताओं सहित कई जगहों पर आतंकी हमलों की चेतावनी भी दी जा चुकी है।