महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलने और हरियाणा में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद दिल्ली भाजपा में कोई ख़ुशी नहीं दिख रहा है, क्योंकि दोनों ही राज्यों में भाजपा की सीटें कम हुई हैं। इन दोनों राज्यों में दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी सहित यहां के कई नेताओं ने चुनाव प्रचार किया था। इस कारण इनके विशेषकर हरियाणा के चुनाव परिणाम पर यहां के नेताओं व कार्यकर्ताओं की निगाहें लगी हुई थीं। उन्हें उम्मीद थी कि बड़े बहुमत के साथ भाजपा की वापसी होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पार्टी बहुमत पाने से चूक गई। इससे निराश कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने और अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए भाजपा नेता आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के खराब प्रदर्शन को हथियार बना रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर भाजपा नेता पोस्ट शेयर कर रहे हैं।
भाजपा नेताओं का कहना है कि हरियाणा व महाराष्ट्र में AAP का कोई भी उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा सका है। दोनों ही राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान AAP नेता दिल्ली में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का दावा करते हुए वहां के मतदाताओं को भी मुफ्त की योजनाओं का सब्जबाग दिखा रहे थे, जिसे लोगों ने नकार दिया।
महाराष्ट्र में उसे मात्र 0.12 तो हरियाणा में 0.43 फीसद मत मिले। दूसरी ओर भाजपा इन दोनों राज्यों में फिर से सरकार बनाने जा रही है। हरियाणा में AAP को मात्र 0.4 फीसद वोट मिला है। दिल्ली के मुख्यमंत्री हरियाणा के ही रहने वाले हैं। जब उनके गृह प्रदेश में AAP का यह हाल हुआ है तो दिल्ली में क्या होने वाला है यह समझा जा सकता है।
विजेंद्र गुप्ता (नेता प्रतिपक्ष, दिल्ली) के मुताबिक, केजरीवाल सरकार को एक मॉडल के तौर पर प्रचारित करके आप हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनाव लड़ रही थी। उसने अपने चुनावी घोषणापत्र में दिल्ली की तरह महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा देने, मोहल्ला क्लीनिक खोलने, जैसे कई वादे किए थे जिसे मतदाताओं ने खारिज कर दिया है। मतदाताओं ने उन्हें आईना दिखा दिया है। इसी तरह दिल्ली की जनता भी AAP के छलावे में नहीं आने वाली है।
मनोज तिवारी (दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष) का कहना है कि सरकार में नहीं रहने के बावजूद भाजपा ने दिल्ली के लोगों को अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने का तोहफा दिया है। कूड़े के पहाड़ को डेढ़ साल में खत्म करने की योजना शुरू की गई है, इसलिए यहां की जनता हमें आशीर्वाद देगी। हरियाणा में भी जनता ने भाजपा को अपना आशीर्वाद दिया है।