चीन में Coronavirus से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2200 के पार पहुंच गई है। अबतक 2247 लोगों की मौत हो चुकी है। Virus से मौत के 200 नए मामले सामने आए हैं और 75000 से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। इस बीच भारत करीब 100 भारतीयों को चीन से निकालने के लिए अपनी तीसरी उड़ान भेजने वाला है। अब तक भारतीय विमान 647 भारतीयों और मालदीव के 7 नागरिकों को Wuhan से निकालकर ला चुके हैं। ये Virus चीन के Wuhan शहर से शुरू हुआ था। ये शहर पिछले 30 दिनों से बंद है।
वुहान शहर की स्थिति गंभीर बनी हुई है। संबंधित कदम उठाने के साथ महामारी की रोकथाम और नियंत्रण के प्रभाव दिखाई देने लगे है। हूपेई प्रांत के अलावा चीन की मुख्यभूमि में दर्ज नोवेल Coronavirus निमोनिया के नए मामलों की संख्या में लगातार 16 दिनों तक कमी आ रही है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार चीन की निर्णायक और प्रभावी रोकथाम और नियंत्रण उपायों से नोवेल Coronavirus निमोनिया एक वैश्विक महामारी के रूप में विकसित नहीं हुआ।
वास्तव में Wuhan शहर को बन्द करने का लक्ष्य महामारी को फैलने से रोकना है, जहां पर जीवन रक्षक रास्ते हमेशा खुले रहते हैं। 17 फरवरी तक चीन के 32 हजार चिकित्सा कर्मचारियों ने हूपेई प्रांत को सहायता पहुंचाई, जिनमें से 11 हजार क्रिटिकल केयर प्रोफेशनल के चिकित्सा कर्मचारी हैं। यह संख्या पूरे देश में क्रिटिकल केयर प्रोफेशनल के चिकित्सा कर्मचारियों का 10 प्रतिशत भाग है।
वहीं, Coronavirus के प्रकोप से चीन की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर को लेकर बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने गुरूवार को अपने मित्रदेश पाकिस्तान को आश्वासन दिया कि इस महामारी से चीन का दीर्घकालिक विकास प्रभावित नहीं होने वाला। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के राष्ट्रपति शी के लिए आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को आश्वासन देना असमान्य बात है जहां पाकिस्तान चीन के आर्थिक सहयोग के भरोसे है तो चीन खुद भी एक महीने से अधिक समय से संकट से जूझ रहा है।