मोदी सरकार 2.0 में सरकारी विभागों से भ्रष्टाचार में संलिप्त और अन्य मामलों में दोषी अफसरों को निकालने का सिलसिला जारी है । इसी के अंतर्गत केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड के 20 से अधिक सीनियर अधिकारियों को कंपलसरी रिटायरमेंट दिया गया है ।
सूत्रों के मुताबिक CBIC ने 22 वरिष्ठ अधिकारियों को जबरन उनके पदों से रिटायर कर दिया है । यह सभी अधिकारी सुपरिटेंडेंट और एओ रैंक के थे । CBIC ने यह फैसला फंडामेंटल रूल 56 (J) के तहत लिया है ।
ज्ञात हो कि फंडामेंटल रूल 56 का इस्तेमाल उन अधिकारियों पर किया जा सकता है जो 50 से 55 साल की उम्र के हों और 30 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हों, साथ ही सरकार उनको नॉन-परफॉर्मिंग सरकारी सेवक करार चुकी हो ।
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब CBIC में वरिष्ठ अधिकारियों को जबरन रिटायर किया गया, बीते जून में भी 15 अधिकारियों को कंपलसरी रिटायरमेंट दिया गया था । यह सभी 15 अधिकारी CBIC के प्रधान आयुक्त, आयुक्त, और उपायुक्त रैंक के थे । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंत्रालय का कार्यभार संभालते ही टैक्स विभाग के 12 वरिष्ठ अफसरों को जबरन रिटायर कर दिया था । बता दें कि अब तक कुल 49 अधिकारियों को जबरन रिटायर किया गया है ।