नए साल के पहले दिन की शुरूआत सुंदरकांड से करने से पूर साल हनुमान जी आप पर कृपा बनाएं रखेंगे और छोटी मोटी परेशानियों से भी बचाएंगे।
नव वर्ष पर घर में सुंदर कांड का पाठ कई तरह की नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करने में सहायता करगा। गुजरे साल में जो भी दिक्कतें,परेशानियां रहीं वो नए साल में न मिले इसके लिए सुंदरकांड का पाठ सबसे अच्छा और आसान उपाय है। सुंदरकांड का पाठ कई मायनो में लाभकारी माना गया है।
सुंदर कांड का पाठ हर प्रकार की बाधा और परेशानियों को खत्म करने की क्षमता रखता है, ऐसी मान्यता है। इसीलिए कई घरों में तथा लाखों व्यक्ति सुंदर कांड का नियमित पाठ करते हैं। सुंदर कांड की महिमा के बारे में जितना कहा जाए कम है।
कहा जाता है कि सुंदर कांड की एक एक चौपाई मंत्र की तरह है। व्यक्ति की कैसी भी समस्या हो, अगर वह सुंदरकांड का पाठ करने लगता है तो उसकी समस्या धीरे धीरे कम होने लगती है। सामूहिक रूप से सुंदरकांड का पाठ करने से निकलने वाली ऊर्जा आसपास की तमाम नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देती है। हनुमान जी के सामने चमेली के तेल का दीपक जलाकर सुंदरकांड का पाठ करने से कई गुना लाभ मिलता है।
जो व्यक्ति सुंदरकांड का पाठ रोज नहीं कर सकते हैं हर मंगलवार इसका पाठ कर सकते हैं। इस दिन का भी उतना ही लाभ मिलता है। लेकिन जो लोग सुंदरकांड का पाठ करते हैं उन्हें मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से हनुमान जी नाराज होते हैं और व्यक्ति को पूरा फल नहीं मिलता है।
ज्योतिष शास्त्र में भी सुंदरकांड को अचूक उपाय के तौर पर माना गया है। जिन लोगों की जन्मकुंडली में मंगल नीच है उन्हें इसका पाठ करना चाहिए। वहीं मंगल जब अशुभ फल प्रदान करने लगे तो भी सुंदरकांड का पाठ लाभ प्रदान करता है। वहीं शनि की साढ़े सती, ढैय्या में भी यह आराम प्रदान करता है।