10 साल की बच्ची लिली मे एवेंट सितंबर में लेबर डे की छुट्टी पर एक नदी में तैरने गई थी, जिसके बाद उसे सिरदर्द हुआ और बुखार आ गया। लिली की सेहत बेहद तेज़ी से खराब होने लगी। शुरुआत में उसे एक नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, हालांकि फिर उसे फोर्ट वर्थ में कुक चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल ट्रांसफर कर दिया गया, जहां वह इलाज के दौरान कोमा में चली गई।
टेक्सास डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट हेल्थ सर्विसेज ने बताया कि वह प्राथमिक स्तर पर अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस से पीड़ित थी, जो एक दुर्लभ किस्म के ब्रेन ईटिंग अमीबा नेगलेरिया फाउलेरी के कारण होने वाला मस्तिष्क संक्रमण है।
आज की इस दुनिया में कब किसे क्या हो जाए कोई नहीं जानता है। इसी तरह अमेरिका के टेक्सास में एक 10 साल की बच्ची के लिए स्विमिंग जान का खतरा बना गया। जी हां बच्ची स्विमिंग के लिए एक नदी में गई थी। स्विमिंग के दौरान बच्ची के सर में दिमाग खाने वाला कीड़ा घुस गया। जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।
वहीं डॉक्टर ने बताया यह एक ऐसा सूक्ष्म जीव है जो दिमाग के टिश्यू को बर्बाद करने लगता है। यह कीड़ा अक्सर नाक से शरीर के अंदर चला जाता है और धीरे-धीरे दिमाग तक पहुंच जाता है। ऐसे में लिली की फैमिली ने फेसबुक पर एक बयान जारी करते हुए कहा कि वह अब यीशु की बाहों में है। उन्होंने कहा, परिवार के लिए पिछले हफ्ता काफी दुखद रहा।
जिसे शब्दों से व्यक्त नहीं किया जा सकता। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि उस दिन नदी में 40 लोग उसी वक्त तैर रहे थे, लेकिन नन्हीं लिली ही इस खतरनाक संक्रमण के चपेट में क्यों आई। वहीं लिली के पिता जॉन क्रॉसन ने अपनी बेटी को एक फाइटर बताया है।